अहमदाबाद में नमस्ते ट्रम्प / डोनाल्ड ट्रम्प नागरिक अभिनंदन समिति कार्यक्रम की आयोजक, पर इसकी न वेबसाइट, न कोई अध्यक्ष; खर्च भी सरकार ही कर रही

अहमदाबाद में नमस्ते ट्रम्प / डोनाल्ड ट्रम्प नागरिक अभिनंदन समिति कार्यक्रम की आयोजक, पर इसकी न वेबसाइट, न कोई अध्यक्ष; खर्च भी सरकार ही कर रही





 






  • अहमदाबाद में 24 फरवरी को नमस्ते ट्रम्प कार्यक्रम, विदेश मंत्रालय ने कहा- डोनाल्ड ट्रम्प नागरिक अभिनंदन समिति है आयोजक

  • समिति के बारे में न सरकार ने जानकारी दी, न किसी ने कुछ बोला; कार्यक्रम में 100 करोड़ रुपए खर्च होने की बात, जो गुजरात सरकार ही कर रही

  • भास्कर की पड़ताल में खुलासा- आयोजन समिति के सदस्यों को भी नहीं पता कि समिति क्यों बनीFeb 23, 2020, 10:38 AM IST


अहमदाबाद. गुजरात के मोटेरा स्टेडियम में 24 फरवरी को "नमस्ते ट्रम्प' कार्यक्रम होगा। इस कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। अमेरिका के ह्यूस्टन में 5 महीने पहले हुए ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम की तरह ही इसे भी भव्य बनाने की तैयारी हो रही है। हाउडी मोदी कार्यक्रम को टेक्सास इंडिया फोरम ने आयोजित करवाया था। लेकिन नमस्ते ट्रम्प का आयोजक कौन है? गुरुवार से पहले तक लग रहा था कि इसे केंद्र सरकार ही आयोजित करवा रही है या फिर गुजरात सरकार या हो सकता है कि भाजपा का कार्यक्रम होगा।


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया था कि 'डोनाल्ड ट्रम्प नागरिक अभिनंदन समिति' कार्यक्रम की आयोजक है। ट्रम्प के भारत दौरे की जानकारी व्हाइट हाउस ने 10 फरवरी को ही दे दी थी। कुछ महीनों पहले से भी अहमदाबाद में ट्रम्प के स्वागत में ऐसा कार्यक्रम होने की बात चल रही थी। लेकिन रवीश कुमार के बयान से पहले तक कभी भी इस समिति के बारे में कोई चर्चा तक नहीं थी। यहां तक कि सरकार ने भी इससे पहले इस समिति के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। इसकी न तो कोई वेबसाइट है। न ट्विटर अकाउंट और न ही फेसबुक पेज।


कार्यक्रम पर 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे


डोनाल्ड ट्रम्प नागरिक अभिनंदन समिति एक निजी संस्था है और निजी संस्था के कार्यक्रम में सरकारी खर्च क्यों किया जा रहा है? न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प के दौरे पर सरकार 80 से 85 करोड़ रुपए खर्च कर रही है। कुछ खबरों में 100 करोड़ रुपए खर्च की भी बात हो रही है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी लगातार इस कार्यक्रम को लेकर मीटिंग कर रहे हैं। भास्कर की पड़ताल में पता चला कि आयोजन के खर्च को सरकार के खाते में दिखाने से बचने के लिए समिति बनाई गई। इसके जरिए बड़े काॅर्पाेरेट्स, सरकारी कंपनियां और सहकारी संगठन भी सीएसआर के तहत चंदा दे सकते हैं।



  • डोनाल्ड ट्रम्प नागरिक अभिनंदन समिति के नाम पर बवाल क्यों?



1) समिति है भी, तो इसकी कहीं जानकारी क्यों नहीं?
इंटरनेट पर इस समिति के बारे में कोई जानकारी मौजूद नहीं है। इसकी न कोई वेबसाइट है। न ही कोई ट्विटर अकाउंट और न ही कोई फेसबुक पेज। यहां तक कि इस समिति का अध्यक्ष कौन है? इसके सदस्य कौन-कौन हैं? इस बारे में भी किसी को नहीं पता। न ही सरकार ने इस बारे में कोई जानकारी दी।


अहमदाबाद पश्चिम के सांसद डॉ. किरीट सोलंकी समिति के सदस्य हैं। उन्होंने भास्कर से कहा कि शुक्रवार सुबह ही उन्हें फोन आया तो इसका पता चला। खर्च समिति को उठाना है, इसके लिए फंड कहां से और कैसे आएगा, इस सवाल पर उन्होंने कहा, ऐसा किसने कहा? एक अन्य सदस्य हसमुख पटेल ने कहा कि समिति के काम के बारे में शनिवार को 12 बजे मीटिंग में तय होगा। फंड के बारे मेंं भी मीटिंग में चर्चा होगी।


2) आयोजक समिति है, तो कार्यक्रम के पास एएमसी और कलेक्टर से क्यों मिल रहे?
अहमदाबाद के पुलिस कमिश्नर आशीष भाटिया ने पहले कह चुके हैं कि कार्यक्रम के लिए इन्विटेशन पास अहमदाबाद म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (एएमसी) या कलेक्टर से ले सकते हैं। अब अगर कार्यक्रम का आयोजक समिति है तो पास एएमसी और कलेक्टर से क्यों मिल रहे हैं?



  • कुछ सवाल, जो विदेश मंत्रालय के बयान के बाद खड़े हो रहे


1) सरकार आयोजक नहीं, तो सरकार ने इसके लिए वेबसाइट क्यों बनाई?
सरकार ने namastepresidenttrump.in वेबसाइट भी बनाई है। इस वेबसाइट को गुजरात सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने डेवलप किया है। लेकिन इस वेबसाइट पर "About Us' का पेज ही नहीं है। इस वेबसाइट के नाम से ट्विटर और फेसबुक पर भी अकाउंट बनाया गया है। 



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