झाड़ियों में प्लास्टिक की थैली में लिपटा मिला नवजात

 बिलखिरिया के पास किसी महिला ने नवजात को प्लास्टिक की थैली और लाल रंग के दुपट्टे में लपेटकर प्लैसेंटा (गर्भनाल) समेत झाड़ियों में फेंक दिया। राहगीर की नजर पड़ी तो उसने डायल 100 को कॉल किया। पुलिस ने नवजात को जेपी अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है।
 


नर्सों ने बच्चे का नाम शिवा रखा


ड्यूटी डॉक्टर डॉली गुप्ता ने बताया कि नवजात की स्थिति गंभीर है। उसे हाइपोथर्मिया हो गया है, क्योंकि बच्चा जन्म के बाद करीब एक घंटे झाड़ियों में पड़ा रहा। वह सांस नहीं ले पा रहा है और उसकी हालत गंभीर है। उसे ऑक्सीजन पर रखा गया है। नवजात की देखभाल कर रहीं नर्सों ने बच्चे का नाम शिवा रखा है। उनका कहना है कि वह एसएनसीयू में शिवरात्रि के दिन पहुंचा है, इसलिए हमने उसे ये नाम दिया है।


प्रीमेच्योर हुई है डिलेवरी
डाॅ. गुप्ता ने बताया कि बच्चे का वजन डेढ़ किलाे है और जन्म समय से पहले हुआ है। उसे प्लैसेंटा सहित फेंक गया था। इसी कारण वह बच गया। हालत स्थिर हाेते ही उसे मदर मिल्क दिया जाएगा।


क्या हाेता है हाइपाेथर्मिया
सामान्य ताैर पर एक व्यक्ति का शरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस यानी 98.6 फारेनहाइट हाेता है। जब यह तापमान 35 डिग्री सेल्सियस यानी 95 फारेनहाइट हाे जाता है तब हाइपोथर्मिया हाे जाता है।